अध्याय 473 अन्ना, खुद को नीचा मत समझो

अन्ना बेहद जिज्ञासु थी।

जियोर्जियो को कुछ और कॉल्स आए और वह बाहर पंद्रह मिनट तक रुका रहा, अंदर आने की भी चिंता नहीं की।

जिन टुकड़ों में उसने सुना, उससे अन्ना को कुछ समझ में आ गया। वह एलोडी की हालत के बारे में जानकारी जुटा रहा था और दूसरे इलाज के विकल्प ढूंढ रहा था।

उसे नहीं लगा था कि वह उसकी मदद ...

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